It was in the year 2007 that MS Dhoni had announced his arrival to the international cricket arena as India lifted the inaugural T20 World Cup in India after defeating arch-rivals Pakistan. MS Dhoni, who has been hailed as one of India's greatest skippers, made a landmark choice of handing the ball to Joginder Sharma in the 19th over of the finals, asking him to bowl the last over instead of using an experienced bowler, who in turn managed to dismiss Misbah-ul-Haq, helping India lift the inaugural T20 World Cup.
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान धोनी ने टीम इंडिया को 2007 में पहली बार आयोजित की गई टी20 विश्व कप का खिताब दिलाया था। फाइनल मैच में धोनी ने गेंद एक ऐसे गेंदबाज को सौंपी जो रेगुलर गेंदबाज नहीं था और फिर वो कमाल हुआ जो इतिहास बन गया। टी20 वर्ल्ड कप 2007 आइसीसी का पहला टूर्नामेंट था जिसमें बॉल आउट नियम को पहली बार शामिल किया गया था। भारत को 2007 टी20 विश्व कप के पहले ही मुकाबले में इस नियम से रूबरू होने का मौका भी मिल गया। भारत ने इस टूर्नामेंट में पहला मैच पाकिस्तान के खिलाफ खेला था और ये मुकबला टाई रहा था। दोनों ही टीमों ने इस मैच में 141 रन बनाए थे। इसके बाद बारी आई बॉल आउट कि जिसके लिए भारत की तरफ से तीन स्पिनर रॉबिन उथप्पा, वीरेंद्र सहवाग व हरभजन सिंह को चुना गया था। वहीं पाकिस्तान ने इसके लिए यासिर अराफात, उमर गुल व शाहिद अफरीदी का चयन किया था। आखिर में नतीजा 3-0 के अंतर से भारत के पक्ष में रहा था।
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